#LalSinghChaddha
#ForestGump बहुत खास है क्योंकि यह फ़िल्म मुझे जबरदस्ती दिखाई गई थी ।पहले में अंग्रेज़ी फिल्में बहुत कम देखती थी लेकिन मेरे जानने वालों का शायद यकीन था कि मुझे यह पसंद आएगी । उनका यकीन सही था । अंग्रेज़ी फिल्मों में यह मेरी सबसे पसंदीदा फिल्मों में एक है । मैंने उसके बाद न जाने कितनी बार यह फ़िल्म देखी है और मैं जानती हूँ आप मानेंगे नहीं लेकिन हर बार इसे देखने के बाद बस एक यही बात जहन में थी , ऐसी एक फ़िल्म भारत पर भी बननी चाहिए । मैंने यह बात शायद कहीं लिखी भी है ।
खैर मेरी ख्वाहिश पूरी हुई । आमिर खान का शुक्रिया की उन्होंने यह जोखिम उठाया । कईं उतार चढ़ाव देखने के बाद फ़िल्म बनकर तैयार है । इतनी मेहनत से बनाई हुई फ़िल्म के बदले में उस कलाकार को हम बदले में क्या दे रहे हैं ?? बहिष्कार । आखिर क्यों । ‘सरफरोश’ और ‘रंग दे बसंती’ भूल चुके है हम शायद । चलिए कोई बात नहीं #TomHanks से तो आपकी कोई दुश्मनी नहीं ?? एक बार #ForestGump देख तो लीजिए फिर फैसला कर सकते हैं। कोई भी देश वहां हुई क्रांतियों से बनता है । हर छोटी बड़ी क्रांति इस देश रूपी वट वृक्ष की शाखाएं हैं जिससे वह ऊंचाई पाता है । क्या आप फ़िल्म के विषय वस्तु परिचित हैं , फिर किस आधार पर आप यह बहिष्कार कर रहे हैं । हम आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं । क्या हम इस सफ़र के दौरान इस देश में हुई क्रांतियों से परिचित हैं । श्वेत क्रांति , हरित क्रांति कितना जानते है हम।इनके बारे में । देश की बड़ी बड़ी नामी हस्तियां जो विश्व में हमारी पहचान हैं उन्हें कितना जानते हैं ।एक फ़िल्म में इतना कुछ समाहित कर लेना एक बहुत बड़ी चुनौती है । जितना में फिल्मों के माध्यम से आमिर को जानती हूँ , सफल असफल तो नहीं कह सकती लेकिन यह यकीन से कह सकती हूँ कि उन्होंने एक सच्ची और ईमानदार कोशिश की होगी । #LalsinghChaddha देखने का मतलब देश को जानना है , समझना है । आमिर खान फ़िल्म के OTT (satelite) अधिकारों व अन्य तरीकों से फ़िल्म की लागत वसूल कर चुके हैं । आपके फ़िल्म न देखने से उनका कोई नुकसान नही होने वाला । नुकसान आपका है , आप एक अच्छी फ़िल्म से वंचित रह जाएंगे । फिर किसी बे सिर पैर के कुचक्र का हिस्सा मत बनिये । कला को धर्म/राजनीति से परे है । उसे वैसा ही रहने दीजिए ।
एक ईमानदार कलाकार का बहिष्कार ….आखिर क्यों…
